भारतीय किसान संघ की और से आयोजित दो दिवसीय किसान समेलन व प्रशिक्षण शिविर का बुधवार को ग्राम झाड़ेली स्थित निम्बोड़ा फांटा स्वाभिमान भवन में समारोह पूर्वक समापन हुआ । सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए किसान संघ के प्रदेश संगठन मंत्री कुबेरसिंह ने कहा कि राजनेता व नौकरशाही की रूचि किसानों की समस्याओं के निराकरण में कम है। राजनेता किसानों की समस्याओं को शस्त्र बनाकर सता मे आने के बाद भूल जाने का अपराध करते आ रहे है, तो अफसरशाही किसान व कृषि के नाम पर नित नई योजनाओं के माध्यम से करोड़ो का वारे-न्यारे कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को अपने हितों की रक्षा के लिए एकजुट होकर गैर राजनैतिक बैनर तले संगठित होना पड़ेगा तभी किसान की सुनवाई होगी। प्रदेश प्रचार मंत्री महावीर पुरोहित ने कहा कि कर्मचारी, व्यापारी सहित सभी वर्ग अपने संगठन के बैनर तले एकजुट होकर संघर्ष कर अपने हितों की रक्षा कर लेते है लेकिन किसान जानकारी व जागरूकता के अभाव में ठगता आया है। प्रांत उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रवक्ता रामधन पोटलिया ने कहा कि किसानों को गुमराह कराने के लिए सरकार समर्थन मूल्य तो घोषित कर देती है लेकिन नियमों में उलझाकर एक भी किसान का अनाज खरीद नहीं रही है। विद्युत दरों में बढ़ोतरी नहीं करने का वादा कर सरकार विद्युत दरों में बढ़ोतरी कर देती है। रबि फसल बुआई शुरू होते ही अघोषित विद्युत कटौती, समर्थन मूल्य पर बाजरा नहीं खरीदने सहित ज्वलंत मुद्दो को लेकर एकजुट होकर संघर्ष करना पड़ेगा तभी किसान की बात सुनी जाएगी। जिला मंत्री लक्ष्मीनारायण बिश्रोई ने मातासुख जल परियोजना को नहरी योजना से जोडऩे के लिए व्यापक जनआन्दोलन करने की बात कही। सम्मेलन में तहसीलभर के प्रतिनिधियों ने किसान हितों की रक्षा के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया।
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