रोल थाना क्षेत्र के प्रसिद्ध गोठ मांगलोद के दधिमती माता के मंदिर में बुधवार रात चोरों ने मंदिर में धावा बोलकर वहां प्रतिमा पर चढ़े आभूषण व कीमती सामान चुरा लिए। घटना की जानकारी तड़के चौकीदार के पहुंचने पर मिली।
थानाधिकारी विक्रमसिंह के अनुसार दधिमती माता मंदिर से बुधवार रात को अज्ञात चोरों ने मंदिर का ताला तोड़कर भक्तों द्वारा चढ़ाएं कीमती आभूषणों से हाथ साफ कर लिया। पुलिस के अनुसार चोर चांदी का बना दधिमती माता का चेहरा, चार किलो चांदी के मुकुट व छतर और तीन तोला सोने का तिलक ले गए।
मंदिर में चोरी की जानकारी मंदिर के चौकीदार को बुधवार रात तीन बजे हुई। चौकीदार ने बताया कि करीब तीन बजे वह मंदिर में आए लोगों व पूजा अर्चना के लिए पानी गरम करने मंदिर के दूसरे छोर पर गया था। वापस आते वक्त उसने देखा कि मंदिर का दरवाजा खुला था। उसने पुजारी को सूचना दी। पुजारी ने जाकर देखा तो मंदिर से कई कीमती आभूषण गायब थे। गुरुवार सुबह पुलिस ने मौका मुआयना किया। इस मंदिर में पहले भी तीन बार चोरी हो चुकी है।
थानाधिकारी विक्रमसिंह ने अंदेशा जताया कि चोरों को मंदिर की प्रत्येक गतिविधि की जानकारी थी। मंदिर में देर रात तक भक्तों का जमावड़ा रहता है। ऐसे में चोरों को इस बात की जानकारी थी कि पुजारी कब तक मंदिर में रहते है और चौकीदार कब, कहां रहता है। मंदिर की दीवारों के आस पास कुछ पैरों के चिह्न मिले हैं। गुरुवार को दिन में जिला कलेक्टर एसएस बिस्सा, एसपी हरिप्रसाद शर्मा व ज़ायल डिप्टी राकेश पुरी भी मौके पर पहुंचें।
थानाधिकारी विक्रमसिंह के अनुसार दधिमती माता मंदिर से बुधवार रात को अज्ञात चोरों ने मंदिर का ताला तोड़कर भक्तों द्वारा चढ़ाएं कीमती आभूषणों से हाथ साफ कर लिया। पुलिस के अनुसार चोर चांदी का बना दधिमती माता का चेहरा, चार किलो चांदी के मुकुट व छतर और तीन तोला सोने का तिलक ले गए।
मंदिर में चोरी की जानकारी मंदिर के चौकीदार को बुधवार रात तीन बजे हुई। चौकीदार ने बताया कि करीब तीन बजे वह मंदिर में आए लोगों व पूजा अर्चना के लिए पानी गरम करने मंदिर के दूसरे छोर पर गया था। वापस आते वक्त उसने देखा कि मंदिर का दरवाजा खुला था। उसने पुजारी को सूचना दी। पुजारी ने जाकर देखा तो मंदिर से कई कीमती आभूषण गायब थे। गुरुवार सुबह पुलिस ने मौका मुआयना किया। इस मंदिर में पहले भी तीन बार चोरी हो चुकी है।
थानाधिकारी विक्रमसिंह ने अंदेशा जताया कि चोरों को मंदिर की प्रत्येक गतिविधि की जानकारी थी। मंदिर में देर रात तक भक्तों का जमावड़ा रहता है। ऐसे में चोरों को इस बात की जानकारी थी कि पुजारी कब तक मंदिर में रहते है और चौकीदार कब, कहां रहता है। मंदिर की दीवारों के आस पास कुछ पैरों के चिह्न मिले हैं। गुरुवार को दिन में जिला कलेक्टर एसएस बिस्सा, एसपी हरिप्रसाद शर्मा व ज़ायल डिप्टी राकेश पुरी भी मौके पर पहुंचें।
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