Monday, December 19, 2011

रावणा राजपूत समाज का सम्मेलन संपन्न



जायल के कांकाणी भवन में रावणा राजपूत समाज के जिला सम्मेलन में उपस्थित प्रतिनिधि

रावणा राजपूत समाज का जिला सम्मेलन रविवार कांकाणी भवन में आयोजित किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि केकड़ी पूर्व प्रधान रिकूकंवर राठौड़ ने कहा कि शिक्षा, सामाजिक एकता, संगठनशक्ति व जागरूकता से ही कोई समाज तरक्की कर पाता है। उन्होंने कहा कि समाज आर्थिक व बहुमत के आधार पर सम्पन्न है लेकिन पहचान व जागरूकता के अभाव में समाज को अपना हक नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी पहचान उजागर कर सामाजिक एकता का संदेश देकर समाज विकास को बढ़ावा देना होगा। सम्मेलन के अध्यक्ष अखिल भारतीय रावणा राजपूत सभा के संरक्षक हरिसिंह सोलंकी ने कहा कि हमारा गौरवशाली इतिहास रहा है लेकिन हम अपने इतिहास के गौरव को भूलकर खामोशी में जीवन जी रहे है। उन्होंने समाजबन्धुओं से अपनी ताकत को पहचानकर शैक्षणिक, आर्थिक व राजनैतिक गौरव प्राप्त करने का आग्रह किया। जिलाध्यक्ष किशनसिंह सोलंकी, मारवाड़ रावणा राजपूत सभा के अध्यक्ष गणपतसिंह, राजस्थान रावणा राजपूत महासभा के प्रवक्ता गजेन्द्रसिंह बीकानेर, जिला सचिव शेरसिंह चौहान, नागौर तहसील अध्यक्ष मंगेजसिंह, जगदीशसिंह, शंकरसिंह केकड़ी, तहसील अध्यक्ष हनुमानसिंह टायरी, उपाध्यक्ष सुगनसिंह चावड़ा, मकराना अध्यक्ष किशोरसिंह, भावला सरपंच श्रीमती जड़ावकंवर सहित कई वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए। इस दौरान वक्ताओं ने जातिगत जनगणना के दौरान अपनी जाति रावणा राजपूत ही अंकित करवाने, सामाजिक कुरीतियों का निवारण कर शिक्षा को बढ़ावा देने, प्रतिभाओं को प्रोत्साहन, सामाजिक एकजुटता संबधी विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व प्रतिनिधियों ने समाज में विखण्डन करने वाली ताकतों, पद व व्यक्तिगत लालसा के लिए संगठन में बिखराव करने वालों को करारा जबाब देने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम का संचालन भंवरसिंह चावड़ा ने किया।

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