Wednesday, February 8, 2012

भारत ने श्रीलंका को 4 विकेट से रौंदा

 विराट कोहली (77) की जुझारू अर्धशतकीय पारी और रविचंद्रन अश्विन (3 विकेट और नाबाद 30 रन) के हरफनमौला प्रदर्शन से भारत ने श्रीलंका को त्रिकोणीय एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट शृंखला में आज यहां चार विकेट से हराकर शृंखला में अपनी पहली जीत दर्ज की।
भारत ने एक वक्त अपने छह विकेट 181 रन तक गंवा दिए थे, लेकिन अश्विन (नाबाद 30) और रवीन्द्र जडेजा (नाबाद 24) ने फिर सातवें विकेट के लिए 53 रन की अविजित साझेदारी कर भारत को जीत की मंजिल पर पहुंचा दिया। भारत ने 46.4 ओवर में छह विकेट पर 234 रन बनाए।

भारत को हालांकि जीत के लिए 234 रन का मामूली लक्ष्य मिला था, लेकिन नियमित अंतराल पर विकेट गिरने से भारतीय बल्लेबाजों ने इस लक्ष्य को मुश्किल बना दिया था। लेकिन विराट ने 94 गेंदों में आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 77 रन बनाकर भारत की जीत का मार्ग प्रशस्त कर दिया।

विराट ने एक छोर पर खूंटा गाड़ते हुए सचिन तेंदुलकर (48) के साथ दूसरे विकेट के लिए 75 रन, रोहित शर्मा (10) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन और सुरेश रैना (24) के साथ चौथे विकेट के लिए 35 रन की अहम साझेदारियां की। जडेजा ने 28 गेंदों में एक चौके की मदद से नाबाद 24 और अश्विन ने 38 गेंदों में तीन चौकों की मदद से नाबाद 30 रन बनाए।

भारत ने इस मैच में सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को आराम दिया था और वह तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ उतरा था। भारत की त्रिकोणीय शृंखला में यह पहली जीत है। उसे पिछले मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया के हाथों 65 से हार का सामना करना पड़ा था।

जीत के लिए 234 रन के सामान्य लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पिछले मैच में आराम लेने वाले वीरेन्द्र सेहवाग आठ गेंदों में दो चौकों की मदद से आठ रन बनाकर चलते बने। उन्हें लसित मलिंगा की गेंद पर नुवान कुलशेखरा ने आउट किया।

लेकिन सचिन और विराट ने टीम को शुरुआती झटके से उबार लिया। इस जोड़ी ने दूसरे विकेट के लिए शानदार 75 रन जोड़े। सचिन आज अच्छे टच में नजर आ रहे थे, लेकिन वह अपने अर्धशतक से मात्र दो रन पीछे रह गए। वह 63 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 48 रन बनाने के बाद एंजेलो मैथ्यूज की गेंद को विकेटों पर खेल बैठे।

रोहित शर्मा एक बार फिर बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहे और मात्र दस रन बनाकर थिषारा परेरा की गेंद पर तिलकरत्ने दिलशान के हाथों लपके गए। विराट ने फिर रैना के साथ चौथे विकेट के लिए 35 रन की अहम साझेदारी की। इस दौरान विराट ने 66 गेंदों में सात चौकों की मदद से अपना 19वां अर्धशतक पूरा किया।

रैना ने 27 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 24 रन बनाए। वह मैथ्यूज की गेंद पर स्थानापन्न खिलाड़ी के हाथों लपके गए। कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया। वह मात्र चार रन ही बना सके और धम्मिका प्रसाद की गेंद पर मलिंगा के हाथों लपके गए।

एक छोर पर खूंटा गाड़कर खेल रहे विराट का धैर्य भी आखिर जवाब दे गया और वह तेजी से रन चुराने के चक्कर में रन आउट हो गए। इस तरह भारत ने अपने छह शीर्ष बल्लेबाज 181 रन तक गंवा दिए थे और उसकी जीत की राह मुश्किल हो चली थी। भारत को जीत के लिए अब भी 53 रन की जरूरत थी जबकि उसके चार पुछल्ले विकेट शेष थे।

लेकिन जडेजा और मैन आफ द मैच अश्विन ने धैर्य के साथ खेलते हुए भारत को जीत की मंजिल पर पहुंचा दिया। दोनों बल्लेबाजों ने बिना किसी हड़बड़ी के श्रीलंकाई गेंदबाजों को आराम से खेला और भारत को जीत दिलाकर नाबाद वापस लौटे।

भारत को जब जीत के लिए मात्र एक रन चाहिए था तब अश्विन का शॉट श्रीलंका के तीन क्षेत्ररक्षकों के बीच में गिरा, लेकिन किसी ने भी उसे पकड़ने की जहमत नहीं उठायी। श्रीलंका की ओर से मैथ्यूज ने 31 रन पर दो विकेट लिए जबकि मलिंगा, धम्मिका और परेरा को एक-एक विकेट मिला।

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