Sunday, September 4, 2011

दो दिवसीय वाकपीठ संगोष्ठी संपन्न

राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में आयोजित दो दिवसीय उच्च प्राथमिक विद्यालयस्तरीय प्रधानाध्यापक वाकपीठ संगोष्ठि का शनिवार को समारोहपूर्वक समापन हुआ। समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सरपंच मनीराम बासट ने शिक्षक को राष्ट्र का कर्णधार बताते हुए कहा कि शिक्षा व संस्कार निर्माण के माध्यम से बच्चों को योग्य नागरिक बनाने का कार्य शिक्षक करते है। उन्होंने शिक्षक का समाज में महत्वपूर्ण स्थान बताते हुए शिक्षा व शिक्षण संस्थानों में आई नैतिक व चारित्रिक गिरावट को मिटाने का आग्रह किया। संगोष्ठि अध्यक्ष रामचन्द्र गोदारा ने कहा कि शिक्षक से समाज काफी अपेक्षा रखता है। बच्चों को उन्नत शिक्षा व संस्कार निर्माण के साथ व्यवहारिक शिक्षा देकर समाज की अपेक्षा पर खरा उतरना होगा। सर्व शिक्षा अभियान के कनिष्ठ अभियन्ता रामकिशोर खोखर ने सर्व शिक्षा अभियान की गतिविधियों संबधी जानकारी दी। संगोष्ठि संयोजक मानसिंह शेखावत ने शिक्षकों के कर्तव्य व अधिकार संबधी जानकारी दी। इस दौरान विभिन्न वार्ताकारों ने विषयवार वार्ता प्रस्तुत की गई। संगोष्ठि संयोजक नाथूराम ईनाणियां ने आभार प्रकट किया। इससे पूर्व विधायक श्रीमती मंजूदेवी मेघवाल व जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा सुरेन्द्रसिंह ने शुभारम्भ समारोह के दौरान शिक्षा विभाग की भीति पत्रिका का विमोचन किया।

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