Saturday, October 6, 2012

स्वार्थी लोगों के चलते शिक्षण व्यवस्था में आई गिरावट

जायल. शेखावाटी शिवशक्ति सीनियर सैकण्डरी स्कूल में आयोजित राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के दो दिवसीय जिलास्तरीय शैक्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए शुक्रवार को महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री मंजूदेवी मेघवाल ने कहा कि समाज में शिक्षक का पद सदैव गौरवमयी रहा है। कुम्भकार की भांति बच्चों में सुसंस्कार व सुशिक्षा प्रदान कर राष्ट्र निर्माण में भागीदार शिक्षक समुदाय को अपने अधिकारों के साथ दायित्वों का निर्वहन करते हुए समाज में वर्षों से बनी गुरू की धारणा को बनाए रखना होगा। राज्य मंत्री मेघवाल ने कहा कि सरकार शिक्षा का अधिकार अधिनियम प्रदान कर शिक्षण संस्थानों में भौतिक सुविधाओं के साथ रिक्त पदों की पूर्ति व नि:शुल्क व्यवस्था प्रदान कर रही है। शिक्षकों की समस्याओं को मुख्यमंत्री तक पहुंचाकर समाधान का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। कृषि मण्डी उपाध्यक्ष रामकरण लोमरोड़ ने शिक्षक समुदाय के बीच ही कुछ स्वार्थी लोगों के चलते शिक्षण व्यवस्था में आई गिरावट की चिंता करते हुए शिक्षकों से अपनी समस्याओं के साथ शिक्षण व्यवस्था पर ध्यान देकर बच्चों के भविष्य का ध्यान रखने का आग्रह किया। सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष तिलोकराम रोज, ब्लॉक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी सालिगराम स्वामी, कृषि मण्डी सदस्य मोहनलाल बिश्रोई, पंचायत समिति सदय जसाराम फरड़ोदा, संघ के जिलाध्यक्ष पुरखाराम चौधरी, जिला मंत्री भंवरलाल रलिया, उपशाखा अध्यक्ष भंवरलाल लोमरोड़, मंत्री सत्यनारायण कच्छावा, संस्था सचिव श्रवण बांगड़ा, निदेशक अभिषेक बटेसर, भंवरलाल बांगड़ा सहित जिलेभर से आए पदाधिकारियों ने शिक्षण व्यवस्था व शिक्षकों की समस्याओं संबधी चर्चा की गई। सम्मेलन में जनप्रतिनिधियों ने शिक्षक को राष्ट्र का कर्णधार बताकर शिक्षण व्यवस्था सुधारने का आग्रह किया वहीं संगठन पदाधिकारी अपनी मांग व समस्याओं पर जोर देते नजर आए। जिलाध्यक्ष व जिला मंत्री ने राज्य सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए 12 अक्टूबर से सत्याग्रह का आह्वान किया। कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की बालिकाओं ने स्वागत गायन व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।